‘जज्बा‘ में ऐश्वर्या पर भारी पड़े इरफान

‘जज्बा‘ में ऐश्वर्या पर भारी पड़े इरफान

स्टार कास्ट :

स्टारकास्ट : ऐश्वर्या राय बच्चचन, इरफान खान, शबाना आजमी, चंदन रॉय सान्याल, जैकी श्रॉफ, अतुल कुलकर्णी, अभिमन्यु शेखर सिंह, प्रिया बनर्जी

टेक्निकल टीम:

निर्माता : संजय गुप्ता, आकाश चावला, नितिन केनी, सचिन जोशी, रैना सचिन जोशी, अनुराधा गुप्ता,निर्देशक : संजय गुप्ता

कहानी:

फिल्म की कहानी की शुरूआत होती है अनुराधा वर्मा और सनाया वर्मा से। सनाया अनुराधा वर्मा की बेटी है। (ऐश्वर्या राय बच्चन की बेटी) से शुरू होती है। सनाया की मां अनुराधा वर्मा एक नामचीन वकील होती हैं। स्कूल में एक स्पोर्ट्स कॉम्पटीशन के दौरान सनाया का अपहरण हो जाता है और किडनैपर का एक कॉल आता है अनुराधा वर्मा के पास। किडनैपर इस केस को लड़ने के लिए अनुराधा वर्मा पर प्रेशर बनाते है और अपराधी नियाज शेख को फांसी की सजा से मुक्त कराने के लिए कहते हैं। नियाज को गरिमा चैधरी (शबाना आजमी) की बेटी सिसा से बलात्कार और हत्या के केस में फांसी की सजा हो जाती है। अब अनुराधा की बेटी सनाया की किडनैपिंग की भनक योहान को भी लग जाती है। योहान (इरफान खान) पुलिस में एक सीनियर अधिकारी होते हैं लेकिन उन पर करप्शन का चार्ज लगाकर उन्हें भी नौकरी से निकालने की धमकी मिल जाती है और योहान के सीनियर उससे डेढ़ करोड़ की मांग करते हैं। अनुराधा और योहान दोनों कॉलेज के समय से दोस्त होते हैं, अनुराधा की शादी हो जाती है तो वह यूएसए चली जाती है और किन्हीं कारणों से उसे वहां सब कुछ छोड़कर वापस मुंबई सिर्फ अपनी बेटी सनाया की खातिर आती है। बेटी सनाया के किडनैप होने के बाद योहान अनुराधा वर्मा की मदद करता है। इसी के साथ फिल्म में ट्विस्ट आता है और कहानी आगे बढ़ती है।

क्यों देखें :

निर्देशक संजय गुप्त ने दिखा कि इंडस्ट्री में आज भी क्राइम-थ्रिलर का तड़का पसंद किया जाता है, बस जरूरत होती है तो सिर्फ एक मजबूत कहानी की। इस क्राइम फिल्म में संजय ने वाकई में कुछ अलग कर दिखाने का पूरा प्रयास किया है, इसीलिए वे ऑडियंस की वाहवाही बटोरने में सफल रहे। फिल्म के कई कई डायलॉग्स काफी अच्छे हैं जिसे दर्शक पसंद करेंगे।वहीं इरफान की एक्टिंग देखने लायक है। अगर संगीत की बात की जाए तो फिल्म में बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है।‘सरफिरा‘ गीत से फिल्म की शुरुआत होती है, जो शुरू में फिल्म का मूड बनाने में कामयाब रहता है।

क्यों नहीं देखें:

ऐश्वर्या इस फिल्म से पांच साल बाद इंडस्ट्री में वापसी कर रही हैं लेकिन उनके अभिनय में कुछ भी नयापन नहीं है। अगर थोड़ी और मेहनत ही जाती तो हो सकता था कि ऐश्वर्या स्क्रीन पर और अच्छे से अभिनय दिखा सकती थीं। संजय ने निर्देशन में फिल्म की हीरोइन पर ही ध्यान दिया है और कहानी में कहीं-कहीं पर लगता है कि उस पर होम वर्क सही से नहीं किया गया। शुरुआती दौर में तो फिल्म की कहानी ऑडियंस को बांधे भी रखती है, लेकिन कुछ देर बाद स्क्रिप्ट कुछ इस तरह से डगमगाती है कि दर्शक खुद को फिल्म से रिलेट नहीं कर सके।

 

विश्लेषण:

ऐश्वर्या पांच साल के बाद बड़े पर्दे पर दिखेंगी इसलिए उनके चाहने वाले ये फिल्म देखने जा सकते हैं। वहीं अगर आप इरफान की बेहतरीन एक्टिंग के कायल हैं तो ये फिल्म जरूर देखिए। एक नई तरह की क्राइम-थ्रिलर का लुत्फ लेने के लिहाज से आप सिनेमाघरों की आरे रुख कर सकते हैं।

 

रेटिंग:

2.5

फिल्म का विश्लेषण हमारी साइट niharonline.com का है इसे गंभीरता से नहीं लें।

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