बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता संजय दत्त आर्म्स एक्ट मामले में अपनी सजा पूरी करने के बाद आज पुणे की यरवदा जेल से रिहा हो गए हैं।वह मुंबई सीरियल धमाकों में अवैध हथियार रखने के दोषी पाए गए थे।फिल्मों में सबका दिल जीतने वाले ‘मुन्नाभाई‘ ने अपनी नेकदिली से जेल प्रशासन और कानून व्यवस्था का भी दिल जीता है, लिहाजा अदालत उन्हें सजा की मियाद (5 साल) से 8 महीने पहले ही रिहा कर रही है। जेल से वह सीधे मुंबई के लिए रवाना हुए हैं।
नीली कमीज में जेल से बाहर निकलने के बाद दत्त ने पीछे मुड़कर यरवदा जेल को सलाम किया।इसके बाद वह व्हाइट एसयूवी में बैठकर परिवार के साथ सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए।एयरपोर्ट पहुंचकर संजय दत्त ने जेल से रिहाई पर खुशी जताई और पहली प्रतिक्रिया के तौर पर कहा, दोस्तों! आजादी की राह इतनी आसान नहीं है।
बहन प्रिया दत्त ने भाई की रिहाई पर खुशी जताते हुए कहा कि यह उनके लिए भावुक दिन है।वहीं निर्माता-निर्देशक और संजय के दोस्त राजकुमार हिरानी ने कहा कि उन्हें दोस्त की रिहाई से बहुत खुशी है।
मुंबई पहुंचने के बाद दत्त और उनका परिवार सबसे पहले सिद्धिविनायक मंदिर जाकर बप्पा के दर्शन करेंगे।इसके बाद ‘संजू बाबा‘ मरीन लाइन के बड़े कब्रिस्तान जाएंगे और मरहूम मां नरगिस की कब्र पर सिर झुकाएंगे।उसके बाद बांद्रा में अपने घर इम्पीरियल हाइट्स में संजय दत्त मीडिया से बात करेंगे।
आपको बता दें कि 1993 मुंबई बम धमाकों के सिलसिले में संजय दत्त को 5 साल कैद की सजा हुई थी।हालांकि, सजा पूरी करने के 8 महीने पहले ही उनकी रिहाई रोकने को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दाखिल की गई, जिस पर सुनवाई होनी अभी बाकी है।मई 2013 को संजय दत्त पुणे की यरवदा जेल पहुंचे थे।उनकी रिहाई के लिए 25 फरवरी की तारीख मुकर्रर हुई, जो पूरी सजा से 8 महीने 16 दिन कम है।जेल में संजू बाबा कैदियों के लिए रेडियो जॉकी का काम करते थे।