भारत में आयोजित ग्लोबल कॉल टू एक्शन समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत पर गहरी चिंता जतायी है। समिट को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में पिछले सालों की तुलना में प्रसव के दौरान माता और शिशु के मृत्यु दर में कमी आयी है। उन्होनें कहा कि जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत दौरे के क्रम में कहा था इस समस्या से निपटने के लिए भारत का सहयोग अपेक्षित है।उन्होंने कहा कि भारत इस विषय पर गंभीर है और विश्व के विकसित देशों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पोलियो जैसी बीमारी को मिटाकर भारत ने अपनी प्रतिबद्धता साबित की है।कुछ सालों में शिशु मृत्यु दर में भी काफी कमी आयी है। उन्होंने कहा कि मां और बच्चे के मुद्दे पर पूरी दुनिया चिंतित है। यह समिट पहली बार अमेरिका से बाहर किसी और देश में हो रहा है। इसमें 24 देशों के मंत्री भाग ले रहे हैं।प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिबद्धता दुहराते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ सरकार सहयोग के साथ काम कर रही है।जिस प्रकार देश में पोलियो पर विजय पाया गया है उसी प्रकार माता और शिशु मृत्यु दर को भी शून्य के स्तर पर लाने का हर संभव प्रयास हो रहा है। उन्होंने दुनिया के सभी देशों से इस मुद्दे पर आम सहमति और सहयोग का आह्वान किया। उन्होनें कहा कि पहली बार इस समिट का आयोजन भारत में होना गर्व की बात है।