अंतरराष्ट्रीय एनर्जी समिट ऊर्जा संगम 2015 सम्मेलन की शुरुआत शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सब्सिडी छोड़ो अभियान को दिल्ली के विज्ञान भवन में की।भारत की प्रमुख विदेशी तेल कंपनी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड की स्वर्ण जयंती के अवसर पर यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश तब मजबूत होता है जब उसका संस्थागत तंत्र मजबूत हो।दुनिया के छठवां हिस्सा ये कहकर नहीं रूक सकता कि हमारी ये समस्या है, होना चाहिए कि दुनिया की छठी आबादी बोले कि हम अपने कंधों पर उठाएंगे।सरकार पर सब्सिडी का 40 हजार करोड़ का बोझ है। सरकार चाहती है कि जिनको जरूरत ना हो, वे खुद सब्सिडी छोड़ दें और बाजार मूल्य पर गैस खरीदें, जो लोग समृद्ध हैं जिन्हें जरूरत नहीं उन्हें सब्सिडी नहीं लेनी चाहिए तथा इसके लिए आप पेट्रोलियम कंपनी या गैस कंपनी की वेबसाइट पर जाकर सब्सिडी छोड़ सकते हैं। मोदी उन लोगों का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने सब्सिडी लेने से मना कर दिया है, क्योंकि इस कदम से कई गरीबों का भला हुआ है।इसके दौरान सम्मेलन में वित्त मंत्री अरुण जेटली, पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस मंत्री धमेंद्र प्रधान, दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद समेत कई मंत्री और कंपनियों के सीईओ उपस्थित थे।