संसद के मानसून सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एनडीए सांसदों की बैठक बुलाई है।संसद का यह सत्र काफी हंगामेदार होने की संभावना है और व्यापमं घोटाले व ललितगेट के चलते सरकार विपक्ष के निशाने पर होगी।इससे पहले भाजपा ने रविवार को क्राइसिस मैनेजमेंट के लिए बैठक बुलाई थी। इस बैठक में विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए रणनीति बनाई गई।बैठक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर बुलाई गई और इसमें केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली, सुषमा स्वराज, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, वैंकेया नायडू, पीयूष गोयल और मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हुए। इसके अलावा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने भी अमित शाह से मुलाकात की।भाजपा ने राजे और स्वराज के बचाव के लिए पूरी तैयारियां की है। वहीं संसद सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सभी पार्टियों की बैठक बुलाई है।गौरतलब है कि कांग्रेस ललितगेट मामले में सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे का इस्तीफा मांग रहा है।उसने इस मामले में संसद नहीं चलने देने की चेतावनी भी दी है।