प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में बजट के बाद फेरबदल करने के कयासों पर विराम लगा दिया है। खबरों के मुताबिक, मोदी की निकट भविष्य में मंत्रिमंडल में फेरबदल की योजना नहीं है।
माना जा रहा था कि प्रधानमंत्री कई मंत्रियों के कामकाज से खुश नहीं हैं और उन्हें बजट सत्र के बाद बाहर किया जा सकता है। जिन मंत्रियों का कामकाज सवालों के घेरे में था, उनमें वित्तमंत्री अरुण जेटली समेत रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और रेलमंत्री सुरेश प्रभु भी शामिल थे।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दावा किया था कि मौजूदा वित्तमंत्री अरुण जेटली को रक्षा मंत्रालय में भेजा जा सकता है और बिजली व कोयल राज्य मंत्री पीयूष गोयल को वित्तमंत्री बनया जा सकता है। हालांकि बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री ने संकेत दिए कि उनकी निकट भविष्य में मंत्रिमंडल में फेरबदल की योजना नहीं है। मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रियों के कामकाज पर चर्चा हुई थी।
बैठक में शामिल एक मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि वे अपना काम उत्साहपूर्वक जारी रखें। कामकाज के लिहाज से मंत्रालयों का तीन श्रेणियों कृषि, इंफ्रास्ट्रक्चर और सोशल सेक्टर में बांटा गया।