विश्व हिंदी सम्मेलन में बोले मोदी,हिंदी हमारा अनमोल खजाना है

September 10, 2015 | 01:01 PM | 1 Views
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 10वें विश्व हिंदी सम्मेलन की शुरुआत की। ये सम्मेलन देश में 32 साल बाद हो रहा है। भोपाल में ये आयोजन विदेश मंत्रालय और मध्यप्रदेश सरकार मिलकर कर रहे हैं।विश्व हिंदी सम्मेलन में लगभग 27 देशों के हिंदी विद्वान हिस्सा ले रहे हैं।इस मौक पर पीएम मोदी ने कहा कि भाषा लुप्त होने पर उसकी कीमत पता चलती है और संकट पैदा होते हैं। प्राणियों की तरह भाषा का मूल्य है, इसलिए विरासत को बचाना पीढ़ी का दायित्व है। पक्षी-पौधे की तरह भाषा को भी बचाएं।उन्होंने कहा कि देश में हिंदी भाषा का आंदोलन उन लोगों ने चलाया है जिनकी भाषा हिंदी नहीं थी।अगर मुझे हिंदी नहीं आती तो मेरा क्या होता? मैं लोगों से संपर्क कैसे रखता।जिनकी मातृभाषा हिंदी नहीं थी उन्होंने हिंदी के उत्थान के लिए काम किया।

मोदी ने कहा कि मुझे हिंदी नहीं आती थी। मैंने चाय बेचते-बेचते हिंदी सीखी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाषा की ताकत बहुत है। मातृभाषा हिंदी हमारा अनमोल खजाना है। उन्होंने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि जब दो गुजराती लड़ाई करते हैं तो हिंदी में बोलने लगते हैं क्योंकि उनका मानना है कि हिंदी में बोलने का असर ज्यादा होता है।

उन्होंने बताया कि विदेशों के दौरे पर जब वह जाते हैं तो लोग हिंदी के लिए उत्सुकता दिखाते हैं। चीन, मंगोलिया समेत कई देशों में हिंदी बोलने और समझने वाले लोग हैं। दुनिया में लोग हिंदी जानना और सीखना चाहते हैं। फिल्मों ने विदेशों में हिंदी पहुंचाने का अनोखा काम किया है। भाषा के रूप में आने वाले दिनों में हिंदी का महत्व बढ़ने वाला है।

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