अफ्रीका में भारत की मजबूत मौजूदगी दर्ज कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अफ्रीकी महाद्वीप के 19 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की। इसमें आतंकवाद की समस्या से लड़ने और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की दिशा में काम करने पर मुख्य रूप से ध्यान दिया गया।
पीएम मोदी ने अफ्रीकी नेताओं के साथ द्विपक्षीय बातचीत में इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सफलता तभी मिल सकती है, जब वैश्विक स्तर पर समन्वित कार्रवाई हो। वहीं संयुक्त राष्ट्र सुधारों पर कहा गया कि मिलकर काम करने और कड़ा रख अपनाने का समय है।
मोदी ने भारत अफ्रीका के संबंधों को और विस्तार देने की वकालत करते हुए अफ्रीका संघ आयोग के अध्यक्ष एनडी जुमा से कहा कि भारत और अफ्रीका एक-दूसरे के लिए बने हैं।
मोदी ने बुधवार को जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे, घाना के राष्ट्रपति जॉन डी महामा, स्वाजीलैंड के राजा एमस्वाति तृतीय, बेनिन के राष्ट्रपति बोनी यायी, नाइजीरियाई राष्ट्रपति मुहम्मद बुहारी, केन्या के राष्ट्रपति उहुरू केनयात्ता, युगांडा के राष्ट्रपति योवरी कागुता मुसेवेनी, लिसोथे के प्रधानमंत्री बेथुअल पी मोसिसिली समेत अफ्रीकी नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत की।
उन्होंने गिनी के राष्ट्रपति अल्फा कोंडे, जिबूती के राष्ट्रपति इस्माइल उमर, नाइजर के राष्ट्रपति आई महमादू, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जी जुमा और मोजांबिक के प्रधानमंत्री कालरेस अगस्टिन्हो डो रोजारियो से भी मुलाकात की।