अमेरिका की टाइम मैगजीन के बाद अब ब्रिटेन की मशहूर मैगजीन द इकॉनमिस्ट ने मोदी सरकार के एक साल की पड़ताल की है।मैगजीन ने एक तरफ भारत के सुनहरे भविष्य की ओर इशारा किया है तो कई मुद्दों पर पीएम मोदी की जमकर आलोचना भी की है।मैगजीन ने कहा है कि पिछले साल मोदी ने अच्छे दिनों का नारा देकर सत्ता तो हासिल कर ली लेकिन उनकी रफ्तार बेहद धीमी है।बकौल द इकनॉमिस्ट, वोटर्स ने बीजेपी को पिछले 30 साल में सबसे ज्यादा सीटें दीं लेकिन पीएम मोदी ने जितने अधिकार अपने हाथों में रखे उतने हाल के सालों में शायद ही किसी दूसरे पीएम के पास रहे।मैगजीन के मुताबिक, भारत को बड़े बदलाव की जरूरत है और यह काम वन मैन बैंड (मोदी) के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।रिपोर्ट में यहां तक कहा गया है कि पीएम मोदी की सोच अब भी गुजरात के मुख्यमंत्री जैसी ही है, राष्ट्रीय नेता जैसी नहीं। अगर मोदी को देश में वाकई बदलाव लाना है तो भारत के वन मैन बैंड को नई धुन की जरूरत है।मैगजीन ने यह जरूर माना है कि भारत सुनहरे भविष्य की राह पर है और मोदी शायद इस मामले में सही हैं।भारत को दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बनने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।इतना ही नहीं यह दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में एक होगा और इतिहास में पहली बार भारत का दुनिया पर इतना प्रभाव होगा।मैगजीन ने तेल के दाम, इंट्रेस्ट रेट और कम होती महंगाई का हवाला देते हुए कहा है कि मोदी सुधरती हुई अर्थव्यवस्था पर काबिज हुए।हालांकि उसने भी माना है कि 7.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ की दर के साथ भारत चीन को भी पीछे छोड़ देगा। यानी यह दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था होगी।