बांग्लादेश की विवादित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने कुख्यात आंतकी संगठन अलकायदा के डर केे चलते अमरीका में शरण ली है। अमरीकी एनजीओ सीएफआई की मदद से तस्लीमा 27 मई को न्यूयार्क पहुंची।आपको बता दें कि फरवरी माह से लेकर अब तक बांग्लादेश में धर्म निरपेक्षता के पक्ष में आवाज उठाने वाले 3 ब्लॉगरों की हत्या कर दी गई है।तस्लीमा नसरीन के लिए अमरीकी एनजीओ सीएफआई उस समय आगे आया जब अलकायदा ने तस्लीमा को निशाना बनाने की धमकी दी।तस्लीमा की मदद के लिए इमरजेंसी फंड भी बनाया गया है। इस फंड के पैसों से वह अपने रहने-खाने और सुरक्षा का इंतजाम कर सकती है।इसके अलावा एनजीओ लोगों से फंड में दान करने की अपील भी करेगा।सीएफआई के सीईओ रोनाल्ड ए. लिंडसे ने कहा कि तस्लीमा एक सच्ची इंटरनेशनल रोल मॉडल है।उनके काम और साहस से सभी आयु वर्ग के लोगों को रूढि़वादी और घिसीपिटी परंपराओं से टकराने की प्रेरणा मिलती है।