जबर्दस्त धमाके... इस बडे मुद्दों पर पीएम की पंचाक्षरी

February 27, 2015 | 06:04 PM | 50 Views
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए अपनी सरकार की नीतियों का बचाव किया और विपक्ष पर करारे हमले बोले। इस भाषण में उन्होंने मनरेगा, भूमि अधिग्रहण बिल, विदेश यात्राओं, सांप्रदायिक तनाव और अपनी योजनाओं पर रूख स्पष्ट किया। पीएम ने अपने भाषण में साफ कर दिया कि मनरेगा को समाप्त नहीं किया जाएगा और मनरेगा के जरिए पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहाकि यह आपकी विफलताओं का जीता जागता स्मारक है। मेरी राजनीतिक सूझबूझ कहती है मनरेगा को बंद नहीं करना चाहिए। इस योजना को यूपीए सरकार की विफलता के रूप में पूरी दुनिया को दिखाया जा सकता है। मैं इसे खत्म करने की गलती नहीं करूंगा, लेकिन लोगों को बताया जाएगा कि यह 60 वर्षों के पापों का परिणाम है कि गड्ढे खोदने पड़ रहे हैं। मैं गाजे-बाजे के साथ इस स्मारक का प्रचार करूंगा। मनरेगा जारी रहेगा लेकिन हम इसमें अच्छी चीजें जोड़ते रहेंगे, जिससे गरीबों को फायदा मिले। वहीं भूमि अधिग्रहण बिल पर उन्होंने कहाकि यह बिल किसानों का विरोधी नहीं है। यूपीए सरकार अपने बिल के साथ जनता के बीच गई और उसे इतिहास की सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ी। आपातकाल के समय भी इतनी बुरी हालत नहीं हुई। जब आपने भूमि अधिग्रहण बिल पास किया तो हम आपके साथ थे, यह घमंड मत रखिए कि आपने जो किया वह सबसे बढिया है, यदि इससे किसानों को नुकसान है तो इसमें बदलाव किया जाएगा। सांप्रदायिक तनाव पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि, किसी भी व्यक्ति को धर्म के आधार पर भेदभाव करने का अधिकार नहीं है। कोई भी कानून हाथ में लेकर धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं कर सकता। मेरी सरकार का केवल एक धर्म है और वह है इंडिया फर्स्ट।भारतीय संविधान सबसे पवित्र धर्मग्रंथ है और सबका कल्याण ही हमारी प्रार्थना है। जब मैं अक्टूबर 2013 में पटना में था तो वहां बम धमाका हुआ। तब मैंने कहा था, हिंदू किससे लड़ना चाहता है मुसलमानों से या फिर गरीबी से। दोनों को एक होकर आतंकवाद से लड़ना होगा। हम एकता में विश्वास करते हैं एकरूपता में नहीं। मेरी सरकार के काम करने का तरीका केवल एक है सबका साथ सबका विकास। कालेधन पर मोदी ने कहाकि, हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्घि यही है कि लोग कालेधन पर बात करने लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी पिछली सरकार ने एसआईटी नहीं बनाई। जब नई सरकार बनी तो केबिनेट की पहली बैठक में एसआईटी का गठन किया गया। हम बदला लेने वाली राजनीति नहीं कर रहे हैं लेकिन जिसका भी काला धन होगा उसका नाम जाहिर किया जाएगा। जी-20 के दौरान हमने मादक पदार्थो और काले धन के खिलाफ संगठित होने पर चर्चा की।मोदी ने आगे कहाकि भ्रष्टाचार ने देश को बर्बाद कर दिया। हम लालफीताशाही को दूर करना चाहते हैं। आम लोगों को सेवाएं आसानी से मिलनी चाहिए। हमने सेल्फ अटेस्टेशन की बात की। चीजें छोटी हो सकती है लेकिन ये चीजें सरकार में विश्वास बढ़ाती है। मैं नहीं चाहता कि भ्रष्टाचार पर सिर्फ राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो। क्योंकि इससे केवल यह चर्चा होगी किसकी शर्ट ज्यादा सफेद है। यदि हम सब हाथ मिला लें और निश्चय करें कि हम भ्रष्टाचार से लड़ेंगे, हमारे देश में भ्रष्टाचार से लड़ने की ताकत है। मेरा पूरा विश्वास है कि भ्रष्टाचार मुक्त सेवाएं विकसित की जा सकती है। सभी को एक साथ काम करना होगा।

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