प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 46वें भारतीय श्रम सम्मेलन को संबोधित किया।उन्होंने देश के श्रमिकों और मालिकों के बीच परिवार भाव स्थापित करने की वकालत की और कानूनों को सहज बनाने का वादा किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में श्रमिक का योगदान अहम है और किसान-मजदूर ही देश को बनाते हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रमिक सपनों की आहूति देकर दूसरों के सपने पूरा करता है।वह दुखी रहेगा तो देश कैसे सुखी रहेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मालिक और श्रमिक के बीच अगर परिवार भाव पैदा होता है तो विकास की यात्रा को कोई रोक नहीं सकता।उन्होंने कहा कि इन सारी चर्चाओं का वैज्ञानिक अध्ययन भी होना चाहिए।उन्होंने श्रम करने वालों के प्रति आदर भाव लाने की वकालत की।