दिल्ली ही देश नहीं, गांवों में बसता है भारतःमोदी

April 25, 2016 | 12:54 PM | 1 Views
pm-modi-niharonline

गांवों के विकास में कोताही बरतने पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास और जन सुविधाओं के मामले में गांव और शहर के बीच की खाई बढ़ती जा रही है। मूलभूत जरूरतों पेयजलए बिजली और सड़क जैसे मामले में बहुत अंतर है। दिल्ली ही देश नहीं है। भारत गांवों में बसता है। पंचायती राज दिवस पर ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के समापन अवसर पर देश की ढाई लाख पंचायतों को जमशेदपुर से सीधे संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि गांव के विकास से ही देश का विकास होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांव बदलने लग गए तो देश भी बदलने में देर नहीं लगेगी। इन इरादों का आरंभ हो चुका है। गांवों को शहरों जैसी सुविधाओं से लैस करने का इरादा है। आजादी के वर्षों बाद पहली बार गांवों को ध्यान में रखकर आम बजट बनाया गया है। मोदी ने गांव की पंचायतों को तरजीह देते हुए कहा कि संसद के बराबर ही गांव की पंचायत का महत्व है लेकिन पंचायतों की बैठक में कम उपस्थिति पर प्रधानमंत्री ने चिंता भी जताई।

उन्होंने ग्राम सभा की बैठक में ज्यादा से ज्यादा लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की। ग्राम पंचायत में महिलाओं के 40 फीसद प्रतिनिधित्व के बारे में मोदी ने कहा कि गांवों ने महिलाओं पर भरोसा किया है। भावुक अंदाज में उन्होंने कहा कि महिलाएं चाह लें तो गांव में किसी महिला को मजबूरी में खुले शौच के लिए नहीं जाना होगा। गांव के स्कूलों में मिड डे मील की निगरानी करें तो कुपोषण की समस्या खत्म हो जाए। गरीब परिवारों की महिलाओं को प्रसव के दौरान मौत से महिला प्रतिनिधि बचा सकती हैं।

ताजा समाचार

सबसे अधिक लोकप्रिय