25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काबुल जा सकते हैं जहां वह भारत द्वारा नौ करोड़ अमेरिकी डॉलर की लागत से निर्मित अफगान संसद के नये भवन का उद्घाटन करेंगे।प्रधानमंत्री के मास्को की दो दिन की यात्रा के बाद स्वदेश लौटते समय काबुल में रुकने की संभावना है।
वह रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ वार्षिक सम्मेलन के लिए दो दिन की यात्रा पर बुधवार को मास्को जायेंगे। प्रधानमंत्री की काबुल यात्रा की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन विश्वस्त सूत्रों के अनुसार वह शुक्रवार को युद्ध प्रभावित देश की यात्रा पर जाएंगे।
अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में मदद के लिए दोस्ती और सहयोग की निशानी के तौर पर भारत द्वारा वर्ष 2007 में संसद भवन परियोजना की शुरूआत की गई थी। इस परियोजना पर पहले 4.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के लागत का अनुमान था।