मोदी सरकार को सत्ता संभाले एक साल पूरा हो चुका है।जहां कल मोदी ने इस मौके पर मथुरा में रैली कर अपने कामों को जनता के सामने गिनाया वहीं आज मोदी ने जनता के नाम खुला खत लिखा।जिसमें सरकार द्वारा एक साल में किए गए कार्यों का ब्यौरा दिया जिनमें अर्थव्यवस्था में सुधार लाने से लेकर गरीबों के लिए उठाए जाने वाले कदम तक शामिल थे।उन्होंने कहा कि यह लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने की शुरुआत भर है।लोगों के नाम लिखे खुले पत्र में प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सरकार में विश्वास की बहाली करने में कामयाब रहे हैं।हम एक भ्रष्टाचार मुक्त शासन सुनिश्चित करने में, राष्ट्रीय विकास के कार्य में राज्य सरकारों को बराबरी का भागीदार बनाने में और टीम इंडिया की भावना का सजन करने में कामयाब रहे हैं।मोदी ने कहा कि लोगों ने एक साल पहले प्रधानसेवक बनाकर जो जिम्मेदारी और सम्मान उन्हें दिया था उसका निवर्हन पूरी ईमानदारी और गंभीरता के साथ करने के लिए उन्होंने अपने शरीर और आत्मा के हर कण को समर्पित कर दिया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने एक ऐसे समय पर पद संभाला था जब भारत की कहानी में विश्वास घट रहा था। लगातार बढ़ते भ्रष्टाचार और अनिर्णय की स्थिति ने सरकार को पंगु बना दिया था। लगातार बढ़ती महंगाई और आर्थिक असुरक्षा के बीच लोगों को असहाय छोड़ दिया गया था। मोदी ने कहा कि तत्काल और निर्णयकारी कदम उठाया जाना जरूरी हो गया था।पद पर एक साल रहने के दौरान का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने इन चुनौतियों से निपटने के लिए व्यवस्थित तरीका अपनाया। लगातार बढ़ती कीमतों को तत्काल नियंत्रण में लाया गया।प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थायी और नीति आधारित सक्रिय शासन की बदौलत हमारी मुरक्षा चुकी अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकी गई।उन्होंने कहा कि देश के कीमती प्राकृतिक संसाधनों का आवंटन मनमर्जी से कुछ गिने चुने लोगों को कर दिए जाने की जगह पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया लाई गई।काले धन के खिलाफ कड़े कदम उठाए गए, जिनमें एसआईटी का गठन करना और काले धन के मुददे पर अंतरराष्ट्रीय सहमति बनाने के लिए कड़ा कानून पारित करना शामिल रहा।प्रधानमंत्री ने कहा कि इरादों और कार्यों दोनों में शुद्धता के सिद्धांत पर कायम रहने के कारण भ्रष्टाचार-मुक्त शासन सुनिश्चित किया जा सका।