किसी भी समुदाय के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहींःमोदी

June 02, 2015 | 11:34 AM | 1 Views
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मोदी सरकार ने संघ नेताओं के अल्पसंख्यक विरोधी बयान को गैरजरूरी करार दिया।उधर, मोदी के बयान से आरएसएस ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ा है कि यह उनके संदर्भ में नहीं कहा गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अल्पसंख्यक विरोधी बयानों पर बीजेपी नेताओं और संघ को सीधा संदेश दिया है।मोदी ने कहा कि उनकी सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि किसी समुदाय के प्रति भेदभाव सहन नहीं किया जाएगा।संविधान सभी को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार देता है।मोदी की यह टिप्पणी पिछले एक साल के दौरान जब-तब भड़काऊ बयान देने वाले अपने मंत्रियों, बीजेपी नेताओं के लिए चेतावनी माना जा रहा है।पिछले एक साल के कार्यकाल के दौरान कुछ बीजेपी-संघ नेताओं के भड़काऊ बयानों से सरकार की काफी फजीहत हुई थी।मोदी ने अपनी सरकार के साल पूरे होने पर जहां सरकार की उपलब्धियां तो गिनाई वहीं अपनों और परायों को कड़ा संदेश भी दिया है।मोदी से जब पूछा गया है वह भड़काऊ बयान देने वाले अपनी पार्टी के नेताओं पर कैसे नियंत्रण पाएंगे तो मोदी ने कहा, कुछ दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणियां की गईं, जिसकी कोई जरूरत नहीं थी।हमारा संविधान हर नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करता है, जिससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा।मैंने यह पहले भी कहा है और फिर कह रहा हूं।किसी भी समुदाय के खिलाफ कोई भेदभाव और हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।इस पर मेरी राय साफ है-सबका साथ, सबका विकास।हम सभी 1.25 करोड़ भारतीयों के साथ खड़े हैं और हर एक के विकास के लिए काम करेंगे।देश में हर पंथ को बराबर के अधिकार है।यह बराबरी सिर्फ कानून ही नहीं, समाज में भी है। मेरी सरकार का फोकस गवर्नेंस पर है।अच्छे दिनों को लेकर उनकी सरकार पर निशाना साधने वालों को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश का बुरा वक्त बीत चुका है और अच्छे दिन आ गए हैं, लेकिन कुछ लोग सरकार के कामों को धूमिल करने में जुटे हुए हैं।

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