प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में किसान चैनल को लांच किया।किसान चैनल किसानों और ग्रामीण भारत से जुड़ी बातों और मुद्दों को दिखाएगा।इस अवसर पर दिए अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यदि देश को आगे ले जाना है तो गांवों को पहले आगे ले जाना होगा और यदि गांव को आगे ले जाना है तो किसान को आगे ले जाना होगा।चैनल को लांच करने के मौके पर पीएम ने कहा कि लोग सोचते हैं कि इतने चैनल है फिर एक नया चैनल लॉन्च हो गया।इसमें क्या दिखाई देगा।किसान चैनल की सार्थकता बताते हुए उन्होंने कहा कि किसानों तक अपनी बात पहुंचाने का एक प्रयास यह चैनल है।उन्होंने कहा कि देश के आर्थिक सुधार के लिए बेहद जरूरी है कि कृषि की दशा और दिशा को सुधारा जाए। उनका कहना था कि देश के पचास फीसद किसानों को इतना भी नहीं पता है कि देश में कृषि मंत्रालय जैसा भी कुछ है। किसानों और खेती की बातों को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि वर्षों पहले जब पोटाश और अन्य चीजें नहीं थी तब भी किसान अपने एक हेक्टेयर खेत में कई टन धान उगा लेता था।उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने देश में जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। उनके पीएम बनने के बाद ही देश में गेंहू का विदेशों से आना बंद हुआ।पीएम ने कहा कि समय के साथ बदलाव हुआ है और जो खेती उत्तम थी वह अब कनिष्ठ हो गई है। सरकार को इस परिपाटी को बदलना है।