देश में कमजोर मानसून के अनुमानों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सिंचाई नेटवर्क बढ़ाने के लिए अधिक तालाब बनाने का आह्वान किया।कृषि, जल संसाधन, ग्रामीण विकास, वित्त, नीति आयोग और पीएमओ के आलाधिकारियों के साथ पीएम की एक उच्चस्तरीय बैठक हुई।इसमें केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती, ग्रामीण विकास मंत्री चैधरी बीरेन्द्र सिंह और कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान उपस्थित भी थे।बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीएम ने सिंचाई क्षेत्र में प्रशासनिक व्यवस्थाओं, वित्तीय प्रबंधों और तकनीक के अनुप्रयोग जैसे विषयों पर ध्यान देने की बात कही, ताकि निर्णय लेने की प्रक्रिया अधिक व्यापक और अल्प अवधि की हो,जिसका तत्काल फायदा किसानों को मिल सके।उन्होंने औसत बारिश की चुनौती को एक अवसर के रूप में लेने पर जोर दिया। देश में सिंचाई तालाबों के सृजन को बढ़ावा देने के गहन अल्प अवधि वाले प्रयासों की बात कही।देश के विश्वविद्यालयों में युवा शोध छात्रों को सिंचाई-नीति नियोजन प्रणाली में शामिल करने की जरूरत पर बल दिया।पीएम ने कुछ राज्यों में भू-जल स्तर में लगातार हो रही गिरावट को रेखांकित करते हुए कहा कि इसकी वजह से फसलों की पद्धतियों में बदलाव जरूरी हो गया है।मक्का की फसल पर ध्यान केन्द्रित करने और इस फसल के साथ वाजिब कीमत जोड़ने के प्रयासों की बात कही, ताकि इसकी खेती किसानों के लिए लाभ का सौदा हो सके।