राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की स्मृति कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दिनकर की कविताओं ने समाज को जगाया। राष्ट्रकवि की कविताओं ने जेपी आंदोलन को जन-जन से जोड़ा।दिनकर जाति भेद को नहीं मानते थे। मोदी ने कहा कि दिनकर ने मार्च 1961 में चिट्टी लिखकर कहा था कि अगर बिहार जातिवाद से नहीं उबरा तो गल जाएगा।मोदी ने कहा, लोग मेरी बात माने न माने दिनकर जी की बात जरूर मानेंगे।दिनकर की रचनाओं पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि उनकी रचनाओं ने अपने तराजू से भारत के सांस्कृतिक इतिहास को उकेरा है।राष्ट्रकवि की रचनाएं खेत खलिहानों से निकलती थी। कवि की रचना हर किसी को स्पर्श करती है।साहित्यकार रचना से समाज को आयना दिखाता है।मोदी ने कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर की कविताओं से जेपी आंदोलन को गति मिली।अगर बंगाल, बिहार और असम आगे बढ़ता है तो पूरी दुनिया देखती रह जाएगी कि भारत कितना आगे बढ़ता है।राष्ट्रकवि दिनकर जी का सपना बिहार को आगे बढ़ाना था। मोदी ने कहा, बिहार में वो ताकत है अगर एक बार अवसर मिल गया तो बिहार और राज्यों को पीछा छोड़कर आगे बढ़ जाएगा। दिनकर ने कहा था कि एक दो जाति के समर्थन से राज नहीं चलता।बिहार को सुधारने का सबसे अच्छा रास्त है कि लोग जातियों को भुलकर गुणवान के आदर में एक हो।अगर जातिवाद से हम ऊपर नहीं उठे तो बिहार का सार्वजनिक जीवन जल जाएगा। दिनकर ने मार्च 1961 में लिखी चिट्टी लिखकर यह बात कही थी।राष्ट्रकवि दिनकर की रचनाओं को 50 साल पूरे होने के अवसर पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।