प्रशांत भूषण और योंगेद्र यादव समेत 4 नेताओं को आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया है। कापसहेड़ा में हुई आम आदमी पार्टी की नैशनल काउंसिल की मीटिंग में इन दोनों नेताओं के साथ अजीत झा और प्रफेसर आनंद कुमार की भी छुट्टी कर दी गई है। 247 सदस्यों ने इन्हें बाहर निकालने के प्रस्ताव का समर्थन किया, जबकि 8 सदस्य विरोध में थे।भारी हंगामें के बीच शुरू हुई मीटिंग में सबसे पहले आम आदमी पार्टी चीफ अरंविद केजरीवाल का भाषण हुआ, बादमें मीटिंग की अध्यक्षता गोपाल राय ने की और मनीष सिसोदिया ने प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, अजीत झा और प्रफेसर आनंद कुमार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर निकालने का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव पारित हो गया और इन चारों नेताओं को सभी पदों से हटा दिया गया।केजरीवाल लगभग 40 मिनट के भाषण के बाद सचिवालय के लिये निकल गये, इसके बाद यादव, भूषण भी मीटिंग से बाहर आ गये और कहा कि लोकतंत्र की हत्या कर दी गयी है, बाउंसर्स की मदद से लोगों को पीटा गया तथा घसीटा गया।शुक्रवार दोपहर को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में आप पार्टी ने जानकारी दी है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के आराेप में राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकालने का प्रस्ताव पेश किया और मीटिंग में मौजूद 247 सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया, जबकि 8 लोग ही इसके खिलाफ थे, इनमें से भी चार वोट इन नेताओं के अपने थे।जानकार सूत्रों के अनुसार शनिवार सुबह से ही घटनाक्रम बेहद नाटकीय रहा। मीटिंग शुरू होने से पहले योंगेंद्र यादव परिषद के कुछ सदस्यों को भीतर आने की अनुमति नहीं देने का दावा करते हुए धरने पर बैठ गए थे, इस बीच बैठक परिसर में और आस पास बडी संख्या में एकत्र हुए पार्टी स्वयंसेवकों के एक बडे वर्ग ने यादव के खिलाफ लगातार नारेबाजी की। काफी देर बाद वह मीटिंग में शामिल होने के लिए अंदर गए थे।