तमिलनाडु में जयललिता 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगीं अब यह साफ हो गया है।जयललिता अन्नाद्रमुक पार्टी (एआईएडीएमके) के विधायक दल की नेता चुन ली गईं हैं।पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद रबी बर्नाड ने बताया कि एआईएडीएमके विधायक दल ने आम राय से मैडम को नेता चुना लिया है और पनीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।शुक्रवार को चेन्नई में एआईएडीएम विधायकों की बैठक हुई जिसमें जयललिता को आम राय से नेता चुन लिया गया।जयललिता सितंबर 2014 के बाद पहली बार जनता के सामने आएंगी।शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।कल चेन्नई में शपथ ग्रहण समारोह होगा।अम्मा की वापसी से अन्नाद्रमुक पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में गजब का उत्साह है और वे पार्टी प्रमुख जयललिता के स्वागत के लिए जोरशोर से तैयारियां कर रहे हैं।एआईएडीएमके के नेता ओ. पन्नीरसेल्वम ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।पन्नीरसेल्वम ने आज राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा।उन्होंने 29 सितंबर 2014 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।एक विशेष अदालत द्वारा 27 सितंबर 2014 को दोषी ठहराए जाने के बाद जयललिता को पद से इस्तीफा देना पड़ा था।आपको बता दें कि जयललिता को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में 11 मई को बरी कर दिया था।जयललिता को विधानसभा का सदस्य बनने के लिए फिर से चुनाव लड़ना होगा।जयललिता श्रीरंगम विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं और पिछले साल 27 सितंबर को उन्हें दोषी ठहराये जाने के बाद यह सीट खाली हो गयी थी।जयललिता के समर्थकों और पार्टी के लिए ये खुशी की बात है कि जिस सीएम पद की कुर्सी को जयललिता ने छोड़ा था अब उन्हे वापस मिल रहा है।