9 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता पहुंचने वाले हैं।मोदी को रिसीव करने के लिए ममता बनर्जी एयरपोर्ट पहुंचेंगी।ममता और मोदी में राजनीतिक मतभेद के बावजूद दोनों के बीच एक नई केमिस्ट्री बन रही है।इस नई केमिस्ट्री के कारण तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता मुकुल रॉय के लिए अब सीमित विकल्प बचे हैं।ममता अब तक बीजेपी पर हमलावर थीं।दूसरी तरफ बीजेपी टीएमसी के बागी नेता मुकुल रॉय को काफी तवज्जो दे रही थी।टीएमसी सूत्रों का कहना है कि मुकुल बीजेपी के लिए अहम थे लेकिन ममता पार्टी के भीतर उनकी अहमियत कम करती गईं।अब ममता ने फैसला किया है कि वह बीजेपी सरकार को मुद्दों के आधार पर समर्थन देंगी। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हम बीजेपी सरकार को बिल बाइ बिल और बॉल बाई बॉल समर्थन देंगे।ममता इस बार कुछ ज्यादा करना चाहती हैं।पांच मई को ममता पांच दिनों के लिए आसनसोल जाने वाली थीं लेकिन उन्होंने पीएम की वजह से इस दौरे को कैंसल कर दिया।अब वह आसनसोल 10 मई को जाएंगी। कोल माइंस बिल और खान एवं खनिज बिल के जरिए ममता मोदी सरकार के करीब पहुंच रही हैं।ममता बनर्जी ने मोदी सरकार के अहम जीएसटी बिल का भी समर्थन किया है। ऐसा सबकुछ योजनाबद्ध तरीके से हो रहा है।ममता भारत और बांग्लादेश के साथ रिश्ते सुधारने में अहम भूमिका अदा कर रही हैं। दोनों को एक दूसरे से फायदे हैं।मोदी को जो मदद चाहिए वह ममता कर रही हैं और ममता को बंगाल में जो मदद चाहिए वह मोदी कर रहे हैं।