सरेआम आप की जंग - गद्दारों को हटाने की तैय्यारी

March 10, 2015 | 12:12 PM | 40 Views
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आम आदमी पार्टी के भीतर मची खलबली अब सबके सामने आ गई है। आप में जारी जंग अब जगजाहिर हो चुकी है। आम आदमी पार्टी ने आधिकारिक तौर पर इस बात का ऐलान कर चिट्ठी जारी कर दी है कि पार्टी के पीएसी से किन वजहों से योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण और शांति भूषण को निकाला गया। पार्टी ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से निकालने जाने पर पहली बार सार्वजनिक तौर पर सफाई दी है. पार्टी ने प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव और शांति भूषण पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये लोग दिल्ली चुनाव के दौरान पार्टी को हराने के लिए काम कर रहे थे। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रशांत भूषण ने दूसरे प्रदेशों के कार्यकर्ताओं को फोन कर दिल्ली प्रचार में आने से रोका। उन्होंने दूसरे प्रदेशों के कार्यकर्ताओं से अपील की और कहा कि मैं भी प्रचार नहीं कर रहा। आप भी मत आओ। इतना ही नहीं आप ने प्रशांत भूषण पर पार्टी को मिलने वाले चंदे को रोकने का भी आरोप लगाया गया है। इसके साथ-साथ पार्टी ने ये भी आरोप लगाया है कि प्रशांत भूषण दिल्ली चुनाव से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी की तैयारियों को बर्बाद करने की धमकी देते रहे थे। जहां पार्टी ने प्रशांत भूषण पर आरोपों की झरी लगा दी तो वहीं आप के राजनीतिक गुरु माने जाने वाले योगेंद्र यादव पर अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने के लिए अखबारों में नेगेटिव खबरें छपवाने का आरोप लगाया है। इसलिए उन्हें पीएसी से निकाला गया. सोमवार को आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने दोनों को पार्टी से निकालने की मांग की थी आप की तरफ से मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, गोपाल राय और पंकज गुप्ता ने बयान जारी करके प्रशांत भूषण औऱ योगेंद्र यादव को पीएसी से निकालने की वजह बताई है. 4 मार्च को आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में पार्टी में आये गतिरोध को दूर करने के लिए योगेन्द्र यादव व प्रशांत भूषण को PAC से मुक्त करके नई जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया गया।

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