विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे,केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और महाराष्ट्र में राज्य सरकार की मंत्री पंकजा मुंडे के इस्तीफों की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी ने सोमवार को अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया।आप नेता अलका लांबा ने कहा कि पिछले कुछ हफ्ते से यह चल रहा है लेकिन सरकार खामोश है।पिछले एक महीने में करप्शन को लेकर एक भी एफआईआर नहीं दर्ज कराया गया है।इस तरीके से सरकार देश को भ्रष्टाचार मुक्त नहीं कर सकती।आम आदमी पार्टी का यह विरोध प्रदर्शन राजधानी दिल्ली में जंतर मंतर से लेकर संसद तक चल रहा है।केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी ने ललित मोदी की मदद करने के आरोपों का सामना कर रहीं सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे का अभी तक बचाव किया है।हालांकि विपक्ष इन नेताओं को हटाए जाने के लिए दबाव बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है।चुनाव आयोग के सामने दायर किए गए हलफनामे में स्मृति ईरानी ने जिन शैक्षणिक योग्यताओं का दावा किया है उसे लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है क्योंकि अलग-अलग सालों में इसमें फर्क नोटिस किया गया है।उधर महाराष्ट्र में पंकजा मुंडे पर बिना किसी टेंडर मंगाए एक ही दिन में 206 करोड़ रुपये की खरीद को मंजूरी देने का आरोप है।बीजेपी के मंत्रियों पर लगे आरोपों के बाद अब बीजेपी बैकफुट पर नजर आ रही है।वहीं इतना कुछ होने के बाद इन मुद्दों पर अभी तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोई बयान नहीं है।