भारत माता की जय पर छिड़ी सियासी जंग बढ़ती जा रही है।एक तरफ ओवैसी की पार्टी के विधायक वारिस पठान को महाराष्ट्र सदन से निलंबित कर दिया गया तो दूसरी ओर ओवैसी को यूपी में अपना कार्यक्रम इसलिए रद्द करना पड़ा कि प्रशासन ने उनकी एंट्री बैन कर दी।
अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरने वाले एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की लखनऊ में आज होने वाली रैली के लिए जिला प्रशासन से इजाजत नहीं मिलने के बाद उनकी पार्टी ने इसे राज्य की सपा सरकार की घबराहट का नतीजा बताया है।एआईएमआईएम के प्रान्तीय अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा रैली के लिए इजाजत नहीं दिए जाने के बाद ओवैसी का दो दिवसीय प्रदेश दौरा भी निरस्त हो गया है।सरकार की यह हरकत निन्दनीय है।
उन्होंने कहा कि ओवैसी को न तो रैली करने की इजाजत है और न ही रोड शो करने की।ऐसे में उनके दौरे का कोई अर्थ नहीं था। ओवैसी को अपने दौरे के दौरान बाराबंकी, फैजाबाद और आजमगढ़ भी जाना था।अली ने आरोप लगाया कि सपा सरकार के पास ओवैसी का मुकाबला करने की हिम्मत नहीं है।उत्तर प्रदेश में आपातकाल लगा है।जनता से चुने गये एक सांसद और पार्टी अध्यक्ष को प्रदेश में आने से बार-बार रोका जा रहा है।लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।