बीजेपी ने लगभग यह साफ कर दिया कि ललित मोदी प्रकरण में न तो राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया का इस्तीफा होगा और न ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सरकार से बाहर जाएंगी। तो फिर संसद का मानसून सत्र और बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी कैसे निपटेगी?इस सवाल पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी बेहद आत्मविश्वास के साथ कहा कि सुषमा जी के मामले में देश के सामने सच्चाई रख दी गई है। ललित मोदी की कैंसर पीडि़त पत्नी की मदद को एक नेक कदम मानवता के नाते उठाया गया था।रही बात वसुंधरा राजे सिंधिया की तो पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने जब खुद स्वीकार कर लिया है कि ललित मोदी के साथ लंबे समय से पारिवारिक संबंध रहे हैं। उनके खिलाफ जारी किए गए दस्तावेजों की अभी तक पुष्टि भी नहीं हो पाई है। वसुंधरा के बेटे के व्यापारिक ताल्लुकात की बात तो खुली किताब है।ललित मोदी मामले की जांच हमारी सरकारी एजेंसियां कर रही हैं। अगर मोदी को दोषी पाया जाता है तो उसे देश में आते ही गिरफ्तार किया जाएगा। हमारी सरकार किसी भी अपराधी के पैरवी नहीं करती है। ललित मोदी प्रकरण में हुए खुलासे से जूझ रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे को हटाये जाने की बढ़ती मांग के मद्देनजर इस प्रकरण से हुए नुकसान की भरपायी के उपायों पर चर्चा की।सूत्रों ने कहा कि शाह शुक्रवार शाम प्रधानमंत्री आवास पर उत्तरप्रदेश के किसानों के शिष्टमंडल के साथ गए थे और वे वहां रूक गए और मोदी के साथ इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की। दोनों ने करीब एक घंटे तक इस मुद्दे पर बैठक की। भाजपा ने शुक्रवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए वसुंधरा राजे का बचाव किया और ललित मोदी विवाद में राजे या विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे से इंकार किया, जबकि कांग्रेस ने उनके पद न छोड़ने पर संसद के मानसून सत्र को बाधित करने की धमकी दी।