कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विदेश नीति को नतीजों की जगह दिखावे में बदल देने का आरोप लगाया। साथ ही उनकी लाहौर यात्रा के कुछ दिनों के अंदर ही पठानकोट आतंकवादी हमले होने के मद्देनजर पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर सरकार को आड़े हाथ लिया। पार्टी प्रवक्ता आनंद शर्मा ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री को पाकिस्तान से क्या आश्वासन मिला जिस पर वे 25 दिसंबर को लाहौर की अचानक यात्रा पर गए।
शर्मा ने प्रधानमंत्री की यात्रा को नाटकीय हावभाव बताते हुए इसे खारिज कर दिया और कहा कि यूपीए सरकार और उसके तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिखावे के बदले नतीजों को तरजीह दी। अब इसे दिखावे में बदल दिया गया है। लाहौर में दिखावा हुआ है। प्रधानमंत्री को अब यह बताना चाहिए कि नतीजे क्या हैं। हम बातचीत का समर्थन करते हैं लेकिन हम यह साफ करना चाहते हैं कि हमारी सुरक्षा और अखंडता पर बातचीत नहीं हो सकती। उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी कहा कि पड़ोसी देश के साथ बातचीत को लेकर उन्हें विपक्ष को भरोसे में लेना चाहिए।