कश्मीर के अलगाववादी नेता और हुर्रियत कान्फ्रेंस के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी ने भारत का पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन दिया है।बताया जाता है कि वह अपनी बीमार बेटी को देखने सऊदी अरब जाना चाहते हैं।हालांकि जम्मू-कश्मीर सरकार में सहयोगी बीजेपी ने इस पर सख्त प्रतिक्रिया दी है और अलगाववादी नेता से उनकी भारत-विरोधी गतिविधियों के लिए माफी मांगने को कहा है।बताया जाता है कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर इकाई ने कहा है कि गिलानी को अगर भारतीय पासपोर्ट चाहिए तो उन्हें पहले खुद को भारतीय मानना चाहिए और अपनी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के माफी मांगनी चाहिए।मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बीजेपी प्रवक्ता खालिद जहांगीर ने कहा, पिछले 25 साल में गिलानी ने जो गलतियां की हैं उनके लिए जब तक वे माफी नहीं मांगते उन्हें पासपोर्ट नहीं दिया जा सकता।पासपोर्ट भारतीय नागरिकों को दिया जाता है उनको नहीं जो भारत और उसके लोकतंत्र में यकीन नहीं रखते।भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गिलानी यह बात मानते हैं कि वह भारतीय हैं और भविष्य में भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे, तो भारत सरकार पासपोर्ट जारी करने की उनके आवेदन पर विचार कर सकती है।जहांगीर ने आगे कहा कि भारत सरकार ऐसे व्यक्ति को पासपोर्ट जारी नहीं कर सकती जो उस देश के खिलाफ जहर उगलता हो जहां वह रहता है।वहीं जम्मू कश्मीर में भाजपा के साथ साझा सरकार चला रही पीडीपी का कहना है कि इंसानियत के नाते गिलानी के आवेदन पर विचार कर उन्हें पासपोर्ट जारी कर देना चाहिए। गिलानी के अलावा उनके परिवार के दो और सदस्यो ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है।