तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के लिए आज का दिन बेहद अहम है।जयललिता और उनके तीन सहयोगियों की ओर से दायर याचिका पर सोमवार को कर्नाटक हाइकोर्ट फैसला सुना सकता है।इस फैसले के मद्देनजर अदालत के आसपास निषेधाज्ञा लगाई गई है।नगर पुलिस आयुक्त एमएन रेड्डी ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाने का निर्देश दिया है।रेड्डी ने कहा कि यह आदेश एहतियाती कदम के तहत सोमवार को सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक प्रभावी रहेगा, क्योंकि फैसले के दिन तमिलनाडु से जयललिता के हजारों समर्थकों के शहर में आने की उम्मीद है।पुलिस ने कहा कि सार्वजनिक शांति और शहर में यातायात की आवाजाही में बाधा पहुंच सकती है।याचिका में आय से अधिक संपत्ति के मामले में विशेष अदालत के सजा के फैसले को चुनौती दी गई है।पिछले साल 27 सितंबर को विशेष अदालत ने जयललिता को चार साल की सजा सुनाने के साथ 100 करोड़ का भारी जुर्माना भी लगाया था।अगर विशेष अदालत का फैसला रद्द हो जाता है तो जयललिता के पास एक बार फिर तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनने का मौका होगा और अगर हाइकोर्ट ने विशेष अदालत का फैसला जस का तस बनाए रखा तो जयलिलता को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने तक जेल जाना होगा।