कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी को पासपोर्ट दिए जाने के मुद्दे पर सूबे की गठबंधन सरकार में फूट पड़ गई है। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने गिलानी को पासपोर्ट देने की वकालत कर दी है तो वहीं बीजेपी गिलानी से उनके भारत विरोधी कामों के लिए माफी की मांग पर अड़ी हुई है।पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि गिलानी एक बुजुर्ग शख्स हैं और वह अपनी बीमार बेटी से मिलने जेद्दाह जाना चाहते हैं इसलिए उन्हें यात्रा के लिए जरूरी दस्तावेज जारी करने में समस्या नहीं होनी चाहिए।आपको बता दें कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी ने भारत का पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन दिया है।बताया जाता है कि वह अपनी बीमार बेटी को देखने सऊदी अरब जाना चाहते हैं।हालांकि जम्मू-कश्मीर सरकार में सहयोगी बीजेपी ने इस पर सख्त प्रतिक्रिया दी है और अलगाववादी नेता से उनकी भारत-विरोधी गतिविधियों के लिए माफी मांगने को कहा है।बताया जाता है कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर इकाई ने कहा है कि गिलानी को अगर भारतीय पासपोर्ट चाहिए तो उन्हें पहले खुद को भारतीय मानना चाहिए और अपनी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के माफी मांगनी चाहिए।मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बीजेपी प्रवक्ता खालिद जहांगीर ने कहा कि पिछले 25 साल में गिलानी ने जो गलतियां की हैं उनके लिए जब तक वे माफी नहीं मांगते उन्हें पासपोर्ट नहीं दिया जा सकता।पासपोर्ट भारतीय नागरिकों को दिया जाता है उनको नहीं जो भारत और उसके लोकतंत्र में यकीन नहीं रखते।