नेपाल में संविधान लागू होने के बाद विद्या भंडारी को देश का पहली महिला राष्ट्रपति चुना गया है। संविधान बनने के बाद नेपाल में यह पहला राष्ट्रपति चुनाव था। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने टेलीफोन कर उन्हें बधाई देने के साथ ही भारत भ्रमण पर आने का न्योता भी दिया है।
64 साल की विद्या भंडारी छात्र जीवन से ही नेपाल की कम्युनिस्ट राजनीति में सक्रिय रहीं थी। नेपाल की सत्तारुढ़ दल नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (यूएमएल) की उपाध्यक्ष रहीं और रक्षा मंत्रालय सहित कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों को संभाल चुकी थी।
विद्या ने सत्तारुढ़ गठबंधन की तरफ से राष्ट्रपति की उम्मीदवार थीं और नेपाली कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार कुल बहादुर गुरुंग को हराया है।
राष्ट्रपति होने के साथ ही विद्या भंडारी नेपाली सेना की परमाधिपति भी बनी हैं। नए संविधान में नेपाली सेना के संचालन और परिचालन का संपूर्ण अधिकार राष्ट्रपति को दिया गया है।