आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने एक बयान में कहा है कि तुच्छ और छोटी मानसिकता वाले लोग देश को बांट देते हैं। भागवत ने कहा हमें पूरे विश्व को एक परिवार की तरह बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा विन्निता देश की ताकत है लेकिन छोटी मानसिकता वाले लोग भाषा , रंग और पंथ के आधार पर देश को बांटते हैं जबकि मुक्त विचार वाले लोग विश्व को हीं अपना परिवार समझते हैं।
भागवत ने कहा कि विभिन्नता भारत की ताकत है और ‘दूसरों की तरह इसे परेशानी के तौर पर लेने के बजाय हम इसे एक उत्सव का मुद्दा समझते हैं।
आज कल असहिष्णुता को लेकर देश मे बहस छिड़ी हुई है इसी को लेकर भागवत ने अपना बयान दिया है।