अखिलेश यादव ने फैजाबाद-अमेठी के बीच गोमती नदी पर बने पुल का उद्घाटन किया और बाद में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस पुल के शुरू होने के बाद अब लोगों को काफी सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि ये पुल उन्होंने अपने घर में खानसामे के कहने पर बनवाया है। अखिलेश ने कहा कि उन्होंने मजबूरी में अपने खानसामे के कहने पर इस पुल को बनवाने की स्वीकृति दी है जिससे खाने का स्वाद मिले क्योंकि अगर खाना बनाने वाले के कहने पर पुल बन जाएगा तो अगली बार जब वह खाना बनाएगा तो उसका स्वाद ही कुछ और होगा।
इस दौरान उन्होंने मायावती का नाम लिए बिना चुटकी ली। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने पांच वर्षो तक केवल हाथी की मूर्तियां लगवाने का काम किया। हालत यह है कि पार्को में जो हाथी बैठे हैं, वे अभी तक खड़े नहीं हुए और जो खड़े हैं उन्हें अभी तक बैठने का मौका नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि पत्थरों पर पैसा बहाने बहाने वाले अब कह रहे हैं कि उनकी सरकार बनेगी तो वे भी विकास कार्य करवाएंगे। वे लोग यह नहीं बता रहे हैं कि अपने कार्यकाल के दौरान क्या किया था।
मायावती के अलावा केंद्र सरकार पर भी अखिलेश ने जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने लोकसभा के चुनाव में भाजपा को 70 से अधिक सांसद दिए लेकिन प्रदेश की जनता को कुछ नहीं मिला।