चीन की एक महिला जोऊ शुनफेई एक गरीब परिवार में पैदा होकर जीवन में कष्टों का उतार-चढाव देखते हुए 15 वर्षों की उम्र में काम की तलाश में शेनेझेन चली गई, वहाँ एक घडी फैक्टरी में काम करने लगी, वहां उसने बारीकी से सीखा कि घडियों के ग्लास कैसे बनाए जाते है, इस बीच झेंग जंगलोग से शादी की। वह 21 वर्ष की उम्र तक काम करती रही और मेहनत की कमाई की पाई पाई बटोर कर रखी और यह कमाई से एक कंपनी बनाई, जिसका नाम रखा लेंस टेकनॉलजी। फैक्टरी में काम के दौरान सीखी ग्लास बनाने की बारीकी काम यहां काम आई। जोऊ शुनफेई ने अपनी मेहनत के दम पर नया मुकाम हासिल किया है। यह कंपनी में अब 60 हजार कर्मचारी हैं. इसकी 10 सहायक कंपनियां हैं. फोर्ब्स की लिस्ट के मुताबिक शुनफेई को 'क्वीन ऑफ मोबाइल फोन ग्लास' कहा जाता है। शुनफेई को चीन की सबसे अमीर महिला बताया गया है, उनकी संपत्ति लगभग 8 अरब डॉलर की है, वे टचस्क्रीन ग्लास बनाने वाली एक कंपनी की मालकिन हैं। एपल और सैमसंग जैसी कंपनियां इस कंपनी से टचस्क्रीन ग्लास खरीदती हैं। लेंस टेक्नॉलजी का शेयर बुधवार को लगातार 11वें दिन चढ़कर 85.89 युआन का हो गया। लेंस टेकनॉलजी स्मार्टफोन, कंप्यूटर और कैमरों के लिए ग्लास कवर बनाती है।वर्ष 2014 में एप्पल और सैमसंग को इसकी बिक्री 9 अरब डॉलर का रहा, जो कंपनी के कुल कारोबार का लगभग 70 प्रतिशत है। शुनफेई का कारोबारी सफर इस मुकाम तक पहुंचने की कहानी दिलचस्प है।