नोबेल शांति पुरस्कार समिति के इतिहास में पहली बार उसके अध्यक्ष डिमोशन किया गया है। यह स्थिति 114 वर्षों के इतिहास में पहली बार पैदा हुई है। वर्ष 1901 में पुरस्कारों की शुरुआत होने के बाद से आज तक किसी अध्यक्ष को उसके पद से हटाया नहीं गया था। समिति में अध्यक्ष का बहुमत खत्म होने और उनके विरोधियों का बहुमत हो जाने के कारण नार्वे के पूर्व प्रधानमंत्री थोरेबजोर्न जगलंद को अध्यक्ष के पद से हटाया गया है। लेबर पार्टी के जगलंद 2009 से पांच सदस्यीय नोबेल पुरस्कार समिति के अध्यक्ष थे। लेकिन अब वह समिति के केवल सदस्य रह जाएंगे। उनकी जगह नार्वे की सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी की पूर्व नेता कसी कुलमान अब नोबेल समिति की अध्यक्ष होंगी । समिति में 2 के खिलाफ उनका 3 मतों से बहुमत है। इस फैसले के बारे में कोई सफाई नहीं देते हुए कुलमान ने सिर्फ इतना ही कहा कि समिति हर वर्ष अध्यक्ष का चयन करती है। जगलंद पिछले छह सालों से अच्छे नेता साबित हुए हैं।