चीन ने सयुंक्त राष्ट्र संघ में आतंकी लखवी की रिहाई के मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ देकर भारत को तगड़ा झटका दे दिया है। भारत ने इस रिहाई के खिलाफ यूएन में शिकायत की थी।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्रतिबंधों से जुड़ी संयुक्त राष्ट्र की समिति ने भारत के आग्रह पर बैठक की, जिसमें मुंबई हमले के मामले में लखवी की रिहाई को लेकर पाकिस्तान से स्पष्टीकरण मांगा जाना था।लेकिन, चीन के प्रतिनिधियों ने यह कहते हुए इस कदम को रोक दिया कि भारत ने पर्याप्त सूचना नहीं दी है।संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अशोक मुखर्जी ने यूएन को लिखे अपने पत्र में कहा था कि पाकिस्तानी अदालत द्वारा लखवी की रिहाई संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव संख्या 1267 का उल्लंघन है।पाकिस्तान की कोर्ट ने 9 अप्रैल को लखवी को रिहा कर दिया था।जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी।आपको बता दें कि जेल में बंद आतंकी लखवी को 9 अप्रैल को छोड़ दिया गया था।पाकिस्तान की एक अदालत ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी के खिलाफ हिरासत संबंधी पंजाब सरकार के आदेश को रद्द कर उसकी तुरंत रिहाई का आदेश दिया था।लखवी को पहले ही जमानत मिल गई थी लेकिन भारत के दबाव में लखवी को लोक व्यवस्था बनाए रखने संबंधी आदेश के तहत हिरासत में लिया गया था।लेकिन 9 अप्रैल को लाहौर हाईकोर्ट के जस्टिस मुहम्मद अनवारुल हक ने 55 साल के लखवी की हिरासत को रद्द कर दिया, क्योंकि सरकार अदालत में जरूरी रिकॉर्ड पेश करने में नाकाम रही।तब लाहौर हाईकोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि लॉ ऑफिसर ने लखवी के बारे में सूचना सौंपी थी लेकिन अदालत ने उसे स्वीकार नहीं किया और घोषित किया कि सबूत संतोषजनक नहीं है।