17 वर्षीय वृद्ध महिला की निधन

April 04, 2015 | 05:36 PM | 67 Views
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लाइलाज वृद्धावस्था रोग से पीड़ित 17 वर्षीय उम्र के एक ब्रिटिश बच्ची की मौत हो गई, लेकिन इस दुर्लभ बीमारी की वजह से उसका शरीर 104 की वृद्ध महिला की तरह हो गया था। हचिंसन-गिलफोर्ड प्रोजेरिया सिंड्रोम (एचजीपीएस) के साथ जन्मी हेले ओकिंस के बारे में कहा गया था कि वह 13 वर्ष की उम्र के बाद जीवित नहीं रहेगी, लेकिन गुरुवार को अंतिम सांस लेने के पहले वह चार वर्ष अधिक जीवित रही। फेसबुक पर उसकी मां केरी ओकिंस ने लिखा, "मेरी बेटी कहीं चली गई। उसने आखिरी सांस मेरी बांहों में ली।" प्रोजेरिया रिसर्च फाउंडेशन ने कहा, "पूरा प्रोजेरिया परिवार हेले की मौत से दुखी है।" ईस्ट ससेक्स की हेले की बीमारी पर कई डाक्यूमेंट्री फिल्में भी बनाई जा चुकी हैं। 14 वर्ष की उम्र में उसकी आत्मकथा "ओल्ड बिफोर माई टाइम" छपी थी। प्रोजेरिया सिंड्रोल बेहद दुर्लभ बीमारी है। इसके चलते गंजापन, वृद्धों जैसी त्वचा, बौनापन और चेहरा छोटा हो जाता है। इस सिंड्रोम के साथ जन्म लेने वाले बच्चे की उम्र दस गुना तेजी से बढ़ती है। पूरी दुनिया में ऐसे लगभग 50 मामलों की जानकारी है। भारत में पिछले दिनों इसी बीमारी पर "पा" के नाम से एक फिल्म भी बनी थी, जिसके लीड रोल में अमिताभ बच्चन थे।

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