दिल्ली विश्वविद्यालय की एक पूर्व छात्रा आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होना चाहती है। यह छात्रा हिंदू धर्म से हैं और इसके पिता भारतीय सेना में रिटायर्ड लेफ्टीनेंट कर्नल हैं।
बताया जा रहा है कि लड़की पिछले तीन सालों से अपने पोस्ट ग्रेजुएट के लिए ऑस्ट्रेलिया में थी और जब वह ऑस्ट्रेलिया से लौटी तो वह पूरी तरह से बदल चुकी थी।रिपोर्ट के अनुसार, खुफिया एजेंसी आईबी के अधिकारी बीते कई दिनों से उस लड़की को इस्लामिक स्टेट में शामिल नहीं होने के लिए समझा रहे हैं फिर भी लड़की मान नहीं रही है। आईबी सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि युवती के पिता ने ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से संपर्क कर अपनी बेटी की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना दी थी। उन्होंने एनआईए से बेटी की काउंसिलिंग करने और उसकी कट्टरता को दूर करने के लिए मदद मांगी है।
इस बात खुलासा तब हुआ जब लड़की के पिता ने कुछ महीने पहले बेटी के कंप्यूटर पर आईएस से संबंधित कुछ सामग्री देखी।उन्होंने निजी रूप से इसकी छानबीन की तो पता चला कि उनकी बेटी कथित तौर पर आईएस में भर्ती करने वाले लोगों के संपर्क में है। इतना ही नहीं लड़की आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया जाने की योजना भी बना रही थी। इस बात का पता चलते ही उन्होंने तत्काल एनआईए से मदद मांगी। अब एनआईए छात्रा की मदद कर उसे पूर्व की स्थिति में लाने में जुट गई है।