दिल्ली के मुख्यमंत्री एक प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान में इलाज कर रहे आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को अपनी पार्टी को संदेश दिया कि उसे दिल्ली में सुशासन प्रदान करना है और व्यवस्था में बदलाव लाना है तथा मैने इस मुद्दे पर पार्टी के अंदर ही संघर्ष किया। अब हर व्यक्ती कहता है कि हम दिल्ली जीत गए है, तो हम अन्य राज्यों में भी जीत हासिल करेंगे। पार्टी का अंतर्कलह उसके संस्थापक सदस्यों-योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति से बाहर निकाले जाने के बाद गहरा गया। अंतर्कलह ने तब और गंदा रूप ले लिया जब केजरीवाल के विरोधियों के स्टिंग सामने आए जिनमें आरोप लगाया गया कि पिछले साल सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के छह विधायकों को तोड़ने की कोशिश की गई थी। उसके बाद मुंबई में पार्टी के एक अहम चेहरा अंजलि दमानिया ने पार्टी छोड़ दी।पार्टी नेताओं के एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी से मचे उथलपुथल पर चुप्पी तोड़ते हुए केजरीवाल ने कहा-अब हमें यहां से आगे बढ़ना है।अगर हम दिल्ली को आदर्श राज्य के रूप में पेश कर पाए तो मैं महसूस करता हूं कि उससे देश में और इस दुनिया में नए तरह की राजनीति जन्म लेगी। उन्होंने कहा कि हेमें दिल्ली में सुशासन और अच्छी व्यवस्था देनी होगी