दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उनकी चर्चा दिल्ली में लगे पोस्टर की वजह से हो रही है। भगत सिंह क्रांति सेना (बीएसकेएस) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पोस्टर चिपकाए हैं। दिल्ली में कई स्थानों पर चिपकाए गए इन पोस्टरों में केजरीवाल को हिटलर के रूप में दर्शाया गया है। इस पर लिखा है कि आप में यदि रहना है, तो अरविंद-अरविंद कहना होगा। साथ ही इन पोस्टरों में आम आदमी पार्टी से बगावत करने वाले प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के लिए सहानुभूति जताई गई है। आप में चल रहे घमासान पर बीएसकेएस ने अरविंद केजरीवाल को निशाना बनाया है। इससे पहले भी एक अप्रैल को पोस्टर लगाए गए थे जिसमें लिखा था दिल्लीवालों को केजरीवाल दिवस की बधाई।राजनीति में शुरू से ही केजरीवाल को विवादों का सामना करना पड़ा। सबसे पहले उन पर अन्ना को धोखा देने का आरोप लगा। फिर कांग्रेस के साथ सरकार बनाने को लेकर भी वह अपने और परायों के निशाने पर रहे। जिस कांग्रेस को वह करप्ट कहते थे, उन्होंने उसी के साथ सरकार क्यों बनाई, ये सवार हर तरफ से पूछे जाने लगे। जब सरकार आगे बढ़ने लगी तो केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव को लक्ष्य कर 49 दिनों में ही सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में उन्होंने इसे अपनी गलती भी माना। दूसरी बार चुनाव में उन्हें प्रचंड बहुमत मिला, लेकिन ये जीत भी आप में विवाद खत्म नहीं कर सकी। पार्टी में दो गुट बन गए। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी से निकाल दिये जाने के बाद भी विवाद अब भी जारी हैं।