बाजपा के लिये घर की लड़ाई चैलेंज बनगई?

January 22, 2015 | 11:04 AM | 32 Views

भारतीय जनता पार्टी ने किरन बेदी को सीएम कैंडिडेट घोषित करे होंगे, लेकिन बारह से ज्यादा सीटों पर बीजेपी में आपसी गुटबाजी साफ देखने को मिल रही है। यही कारण है कि बीजेपी को लगातार अपने ही कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ रहा है। हेराफेरी आलम यह है कि कई सीटों पर दुश्मन का दुश्मन आज दोस्त नजर आ रहा है। तो दूसरी ओर कांग्रेस में तमाम सीटों पर कैंडिडेटस् बेमन से लड़ाई लड़ रहे हैं। कांग्रेस के कई नेताओं ने इस बार खुद ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और रमाकांत गोस्वामी ने भी चुनाव लड़ने से खुद ही मना कर दिया। अगर इसी तरह बाजपा में घर की लडाई चलती रही तो, मोदी सरकार की जीत में विफलता नजर आ रही है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों से बाजपा के कार्यकर्ताओं को पीछे हटाकर किरण बेदी को दिल्ली सीएम बनाने के लिये सोंच में पडने की बुरी तरह से पार्टी के कार्यकर्ताओं में बदलाव ही नहीं नमोशी भी होने की संभावनाएँ नजर आ रही है। मोदी सरकार की अगली खदम क्यो होगा, घर की लढाई में हल होगा कि नहीं देखना चाहिए।

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