दिल्ली सीएम को अंदरूनी झठका

March 02, 2015 | 04:21 PM | 48 Views

हे भगवान... घर की माया, देव भी नहीं पाया... आम आदमी पार्टी में मची घमासान बढ़ती जा रही है। प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने स्‍पष्‍टतौर पर बता दिया है कि वे संसदीय कार्य समिति में नहीं रहना चाहते। दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी का नेतृत्‍व पार्टी के सिद्धांतों का उल्‍लंघन कर रहा है।बताया जा रहा है कि भूषण और यादव को पॉलिटिकल अफेयर कमेटी यानी पीएसी से हटाए जाने का फैसला 28 फरवरी को बैठक में हो चुका है। हालांकि, इस पर बड़ा फैसला चार मार्च को होगा। प्रशांत भूषण ने पार्टी में एक व्यक्ती केंद्रित सोच की भी आलोचना की। इससे पहले मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव से मतभेद के चलते राष्ट्रीय संयोजक पद से इस्तीफे की पेशकश कर डाली थी। सूत्रों के अनुसार, योगेंद्र यादव पर आरोप है कि पार्टी का संयोजक बनने के लिए वह लॉबिंग कर रहे हैं।उधर, योगेंद्र यादव ने सोमवार सुबह ट्वीट किया किया है कि बडी जीत के बाद बडे मन से काम करने का है, छोटी हरकतों से खउद को और इस आशा को तोडना नहीं चाहिए। देश ने हमसे बडी उम्मीदे लगाई है।पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति को इस मामले में सभी पक्षों से बातचीत कर फैसला करना है। पार्टी में चल रही गुटबाजी और अंदरूनी कलह का मसला उठाया गया है।

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