बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और महादलित नेता जीतन राम मांझी ने घोषणा की है कि नीतीश-लालू के अपवित्र गठबंधन को शिकस्त देने के लिए वह भाजपा से मिल कर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।अमित शाह से मिलने के बाद मांझी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के बीच अपवित्र गठबंधन बना है।मैंने इस बारे में अमित शाह से बात की।हमें लालू और नीतीश को सत्ता में आने से रोकने के लिए साथ काम करना होगा।शाह से 30 मिनट की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि साथ मिलकर लड़ेंगे।अभी सीट के बारे में कुछ डिसाइड नहीं हुआ है।राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी मांझी को अपने गठबंधन का हिस्सा बनाने की पैरवी कर रहे थे लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि वह ऐसे किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेंगे जिसमें उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने वाले नीतीश कुमार शामिल हों।मांझी ने कहा कि वह राज्य भर में घूमे हैं और वहां की जनता की आम राय है कि वे लालू-नीतीश गठबंधन से निजात पाना चाहते हैं।मांझी ने दावा किया कि यादव समुदाय महसूस करता है कि लालू ने उस नीतीश से हाथ मिलाकर उनके साथ धोखा किया है, जिसने हजारों यादवों को छोटे-मोटे आरोपों में जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया। वे अब लालू को अपना नेता नहीं मानते हैं।इन परिस्थितियों में मैंने महसूस किया कि एक विकल्प की जरूरत है।पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने हालांकि स्पष्ट किया कि वह अपनी नई पार्टी हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा चलाते रहेंगे।