राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय चिंतन बैठक शुक्रवार से नागपुर में शुरू हुई।इस बैठक में संघ कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेगा, जिसमें कश्मीर के वर्तमान हालात भी शामिल हैं।आरएसएस की इस बैठक में भाग लेने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी तीन दिन तक नागपुर में रहेंगे।एक रिपोर्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर में अलगवादी नेता मसरत आलम की रिहाई के बाद से ही भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगी पीडीपी के संबंधों में तल्खी बढ़ी है, जो कि इस बैठक में चर्चा का मुद्दा हो सकता है, इसके अलावा आरएसएस की इस बैठक में संघ के सर कार्यवाहक का चुनाव भी हो सकता है। वर्तमान में सर कार्यवाहक का पद भैयाजी जोशी के पास है, जिसे बैठक में दत्तात्रेय होसबोले को दिया जा सकता है, वहीं भैयाजी जोशी आरएसएस परिवार में मोहन भागवत के बाद आते हैं, उन्हें दिल्ली भेजा जा सकता है। बैठक में केंद्र की नीतियों खासकर शिक्षा के क्षेत्र में उसकी नीतियों को आकार देने में आरएसएस की भूमिका पर भी चर्चा होने की संभावना है।