इनकी नैया पार होने के लिये सहारा मिलती?

February 16, 2015 | 03:51 PM | 28 Views
Manjhi-help_BJP_niharonline

बिहार में जदयू की आतंरिक कलह दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम माझी नीतीश कुमार के सामने हारने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। मांझी ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के लिए समय मांगा है। मांझी की राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से सोमवार शाम 7 बजे मुलाकात होने वाही है, ऐसी स्थिति में मांझी बिहार के सियासी संकट पर क्या कदम उठाते हैं। साथ ही अमित शाह से मांझी की मुलाकात को भी काफी अहम माना जा रहा है। देखने वाली बात यह है कि मांझी की नैया को भाजपा अपना सहारा देती है या नहीं। कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने रिपोर्टर्स को बताया कि वह बिहार के सियासी संकट पर कुछ बोलने की बजाए इंतजार करने की बात कही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि बिहार में भाजपा अकेले दम पर चुनाव जीतने में सक्षम है। ऐसे में बिहार में किसी भी तरह का जोखिम लेने के मूड में नहीं है भाजपा जो बिहार में उसके लिए महंगा साबित हो। हालांकि बिहार में भाजपा समय से पहले चुनाव नहीं कराना चाहेगी। दिल्ली में जिस तरह से भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है उससे भाजपा की अंदरूनी राजनीति में काफी उथल-पुथल मची हुई है। वहीं भाजपा नेताओं का मानना है कि जब तक यह सुनिश्चत ना हो कि मांझी विश्वास मत जीत सकते हैं। भाजपा उन्हें अपना समर्थन नहीं देना चाहेगी।भारतीय जनता पार्टी के समर्थन के बिना मांझी के लिए विधानसभा में बहुमत साबित करना नामुमकिन है।

ताजा समाचार

सबसे अधिक लोकप्रिय