पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया में हुए जी-20 समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के कई राज्यों के नेताओं की निजी जानकारी लीक की गई थी। अनजाने में भेजी गई एक ईमेल में इन राजनेताओं के पासपोर्ट नंबर, वीजा, जन्म तारीख और अन्य जानकारी भेजी गई थी। ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों का कहना है कि यह निजी जानकारी से जुडे कानून का उल्लंघन नहीं था और यह सिर्फ एक त्रुटि थी। एक समाचार पत्रिका रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया इमिग्रेशन डिपार्टमेंट (आवर्जन विभाग) के एक कर्मचारी ने एशिया कप फुटबॉल के आयोजककर्ताओं को एक मेल भेजी थी, जिसमें गलती से समिट में शामिल हुए राजनेताओं की निजी जानकारी चली गई थी।मोदी के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमार पुतिन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जापानी पीएम शिंजो आबे, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो, ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन सहित कई अन्य नेता इसका शिकार हुए। ईमेल का पता चलने के बाद वीजा सेवा विभाग के निदेशक ने इसकी जानकारी आवर्जन विभाग को दी भी थी, लेकिन अखबार के मुताबिक कोई जरूरी कदम नहीं उठाए गए।