संसद भवन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।ममता रविवार शाम को दिल्ली पहुंची थीं और पहले ममता अकेली पीएम से मिली, उसके बाद सांसदों के साथ पीएम से मुलाकात की। वह प्रधानमंत्री से राज्य के लिए कर्ज वापसी को लेकर ब्याज माफी का अनुरोध करेंगी। दिल्ली के लिए प्रस्थान करने से पहले ममता ने कोलकाता में कहा, मैं भीख मांगने के लिए दिल्ली नहीं जा रही हूं। राज्य को उसका अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, 14 वें वित्तीय आयोग का इंतजार किया है। हमें कुछ नहीं मिला। अब तक हम एक लाख करोड़ रुपए कर्ज के ब्याज के रूप में चुका चुके हैं। अब धैर्य रखना मुश्किल हो रहा है। इसलिए प्रधानमंत्री से मिलने जा रही हूं। बता दें कि 25 फरवरी को ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर उनसे मिलने का समय मांगा था। मोदी से उनकी पहली बार मुलाकात के बाद ममता ने पत्रखआरों को बताया कि पीएम ने मदद का भऱोसा दिया है और कहा कि इतना कर्ज होने के बावजूद बंगाल ने अनुशासन नबाए रखा है।पीएम ने ममता को कर्ज माफी में लाचारी जताते हुए कहा कि ऐसा कदम उठाने पर बाकी राज्य भी कर्ज माफी की मांग करेंगे, हालांकि ममता को यह भरोसा जरूर दिया गया कि उनके राज्य को कामकाज के आधार पर तमाम योजनाओं के तहत केंद्र की ओर से निर्धारित फंड देने में कोई देरी नहीं होगी।ममता अभी दो दिन तक दिल्ली में रह कर आर्थिक मदद के लिये अलग अलग मंत्रियों से मिलने के साथ साथ मंगलवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी मिलने की संभावना है।