योगेंद्र यादव और खुद को पार्टी की फैसला लेने वाली शीर्ष इकाई से हटाए जाने के कुछ दिन बाद बागी आम आदमी पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ फिर से मोर्चा खोलते हुए उन पर AAP को ‘आलाकमान आधारित’ पार्टी बनाने और लाखों समर्थकों का भरोसा तोड़ने का आरोप लगाया है।प्रशांत भूषण ने खुलासा किया है कि लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अरविंद केजरीवाल किसी भी सूरत में दिल्ली में अपनी सरकार बनाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने सीधे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी संपर्क करने की कोशिश की थी। उन्होंने केजरीवाल की तुलना स्टालिन की तानाशाही शैली से की है। केजरीवाल को लिखे एक खुले पत्र में प्रशांत भूषण ने केजरीवाल पर आरोपों की झड़ी लगा दी है। भूषण ने केजरीवाल को संबोधित करते हुए लिखा है कि आपने निखिल डे से गुजारिश की थी कि वे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से कहें कि दिल्ली में आप की सरकार बनाने के लिए कांग्रेस उन्हें समर्थन करे। यह अलग बात है कि डे ने आपकी बात मानने से इन्कार कर दिया था। अपार बहुमत के साथ दिल्ली चुनाव में जीत के बाद जब तकदीर आपके साथ है आपको इस देश के लोगों को अपना सर्वश्रेष्ठ गुण दिखाना चाहिए। दुर्भाग्य है कि अब आपके बदतरीन गुण सामने आए हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए AAP नेता एवं दिल्ली के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के संसदीय सचिव आदर्श शास्त्री ने शुक्रवार को कहा कि बागी नेताओं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की ओर से 14 अप्रैल को बुलाई गयी बैठक में हिस्सा लेना अनुशासनहीनता माना जाएगा।