मानसून सत्र के पहले दिन राज्यसभा की शुरूआत आज हंगामेदार रही और ललित मोदी मामले पर कांग्रेस ने सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश की वहीं सरकार ने कहा कि वह इस मुद्दे पर तुरंत चर्चा के लिए तैयार है।हंगामे के कारण सदन की बैठक बार बार बाधित हुई। हंगामे के कारण आज पहले दिन प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सका। राज्यसभा में आज सुबह कांग्रेस सदस्यों ने ललित मोदी से जुड़ा मुद्दा उठाया।कांग्रेस सदस्य आनंद शर्मा ने कहा कि उन्होंने नियम 267 के तहत कार्यस्थगन का नोटिस दिया है।उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि उसने मर्यादा तोड़ी है।वहीं सरकार की ओर से वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं और चर्चा तुरंत शुरू की जाए।उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चर्चा का जवाब देंगी।इसके पहले आनंद शर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईमानदारी, जवाबदेही, पारदर्शिता, भ्रष्टाचार के खिलाफ गंभीरता की बात की थी।उन्होंने कहा कि पिछले दिसंबर में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने और मार्च में वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा था ललित मोदी के खिलाफ 14 मामले हैं और उनके खिलाफ ब्ल्यू कार्नर नोटिस जारी किया गया है।उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने प्रयास किया कि ललित मोदी आएं और जांच हो।लेकिन वह देश छोड़कर चले गए और जांच में शामिल नहीं हुए।शर्मा ने कहा कि भारत ने इंग्लैंड से ललित मोदी को रोकने के लिए अनुरोध किया।उन्होंने कहा कि पिछले साल नयी सरकार बनने के ढाई महीने बाद अगस्त में विदेश मंत्री ने ब्रिटेन की सरकार से कहा कि ललित मोदी को मानवता के आधार पर यात्रा दस्तावेज दे दिए जाएं।कांग्रेस सदस्य ने दावा किया कि मानवता के आधार पर यात्रा दस्तावेज हासिल करने वाले ललित मोदी पूरी दुनिया में घूम रहे हैं और मौज मस्ती कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि दिलचस्प बात यह है कि जब इंग्लैंड में जांच शुरू हुई तो भारत को जानकारी मिली।बीजेपी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच शर्मा ने इस मामले में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी जिक्र किया।उन्होंने इस पूरे मामले को गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि सरकार ने मर्यादा तोड़ी है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए।