आम आदमी पार्टी के विधायकों के सैलरी बढ़ाए जाने की मांग पर विवाद बढ़ गया है।दिल्ली बीजेपी के मुताबिक उन्होंने या उनके विधायकों ने कभी ऐसी कोई मांग नहीं उठाई।बीजेपी ने आप पार्टी पर आरोप लगाया है कि सत्ता में आने से पहले आम आदमी पार्टी ने कहा था कि उन्हें किसी तरह का वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं चाहिए और वो आम आदमी की तरह काम करेंगे।हर विधायक को 1 लाख रुपए दिया जाता है लेकिन अब आप को 1 लाख रुपए भी पूरे नहीं हो रहे।वहीं आम आदमी पार्टी के मुताबिक उनकी बेसिक सैलरी सिर्फ 12 हजार रुपए ही है।कई विधायकों का घर नहीं है और कई के पास छोटा घर है जिससे उन्हें जनता से मिलने में भी दिक्कतें होती हैं।पार्टी के मुताबिक उन्होंने जनता को बेहतर सेवाएं देने के मकसद से सैलरी बढ़ाए जाने की मांग की है।बता दें आप विधायकों ने सैलरी बढ़ाए जाने की मांग उठाई थी। जिसपर बीजेपी ने असहमति जताते हुए कहा था कि बीजेपी के विधायक अगले सत्र में एक प्रस्ताव लेकर आएंगे और अपना वेतन त्याग देंगे और सिर्फ भत्ता ही लेंगे।